हरियाणा में तेज गर्मी के बाद अब तापमान नीचे लग गए हैं क्योंकि नमी वाली पुर्वी हवाएं राज्य के सभी हिस्सों में सक्रिय हैं, परिणामस्वरूप तेज सुखी गर्मी अब खत्म होने लग गई है और उसकी जगह उमस वाली गर्मी ने ले ली है। जो कि अगले 2/3 जारी रहेगी, साथ में इस दौरान कई जगह बरसात भी होगी जिससे राहत भी मिलती रहेगी।
आज हरियाणा में ज्यादातर जगह बारिश की संभावना नहीं कम है। लेकिन पश्चिमी हरियाणा और उत्तर हरियाणा जैसे सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर के इलाको में दोपहर बाद या शाम को गरज चमक और आंधी के साथ कही कही हल्की बारिश या बूंदाबांदी की उम्मीद है। बाकी बचे हरियाणा के जिलों में मौसम भीषण उमस वाली गर्मी का रहेगा।
कल का मौसम पूर्वानुमान
कल से राज्य में बड़ा मौसमी बदलाव होगा। कल लगभग पुरे हरियाणा में गरज चमक और आंधी के साथ कही हल्की कही तेज बारिश होगी। कुछ जगह भारी बौछारें भी गिरेगी।
कल बारिश की ज्यादा (70-80%) संभावना सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव, मेवात, पलवल, झज्जर, रोहतक, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला जिले में रहेगी। बाकी जिलों में बरसात की संभावना 50-60% है।
आगे का मौसम पूर्वानुमान
पूरे हरियाणा में कल के बाद प्री मानसून की बरसात पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगी, जो 18 जून तक लगातार जारी रहेगी। इस दौरान उत्तर और पूर्वी हरियाणा (चंडीगढ़ , पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, कैथल, जींद, सोनीपत) में लगभग सभी जगह मध्यम से भारी बारिश होगी, कुछ जगह अति भारी बारिश भी होगी।
दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुड़गांव, मेवात, पलवल, फरीदाबाद सहित दिल्ली कई जगह हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है।
18 जून से पश्चिमी और दक्षिणी हरियाणा पर बारिश रुक जाएगी, लेकिन उत्तर और पूर्वी हरियाणा के इलाको में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
20 जून से दोबारा पश्चिम हरियाणा में हल्की बारिश की शुरुआत होगी। पूरे हरियाणा में 21 से 23 जून तक हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी। 23 जून के बाद भारी बारिश फिर से लौटेगी और इस बार की बारिश पुरे हरियाणा में मॉनसून वाली होगी।
हमारे अनुमान के अनुसार 23 जून से 25 जून के बीच पूरे हरियाणा को मानसून कवर कर लेगा। हरियाणा में 23 जून से लेकर जून के अंत तक भारी बारिश वाला मॉनसून सक्रिय रहने की उम्मीद है। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर में भारी से अति भारी की संभावना भी इस दौरान बनेगी।
ध्यान रखने वाली मौसमी बात
इन दिनों खासकर यानी मॉनसून आने से कुछ दिन पहले होने वाली बारिश आमतौर पर किसी बड़े synoptic-scale सिस्टम जैसे Low Pressure Area, Cyclonic Circulation, या Western Disturbance (WD) की अनुपस्थिति में होती है।
जब ऐसा कोई भी सिस्टम active नहीं होते, तो बारिश मुख्य रूप से local convection की वजह से होती है यानि ज़मीन पर बढ़ी हुई गर्मी और नमी मिलकर स्थानीय बादल बनाते हैं।
ये convective clouds बहुत तेज़ी से ऊपर की ओर बढ़ते होते हैं, लेकिन इनका horizontal movement यानी इधर-उधर की दिशा में मूवमेंट बहुत कम होता है, क्योंकि इस समय ऊपरी स्तर की हवाएं (upper tropospheric winds) भी कमजोर होती हैं, बिना किसी synoptic system के।
ऐसी स्थिति में बादल अक्सर एक जगह पर खड़े रहते हैं और वहीं हल्की से भारी बारिश कर देते हैं। इसे मौसम की भाषा में “Stand & Deliver” कहा जाता है, मतलब बादल जहां बनते हैं, वहीं बरसते हैं और आसपास की जगहें बारिश से बिल्कुल अछूती रह सकती हैं।
इस तरह की isolated or patchy rainfall में कई बार देखने को मिलता है कि एक खेत/गांव/शहर के आधे हिस्से में 50mm से भी ज़्यादा बारिश हो जाती है जबकि कुछ ही किलोमीटर दूर दूसरे हिस्से में बिल्कुल सूखा रह जाता है।
इसका कारण है weak steering winds और localized thermodynamics, जो सिर्फ एक छोटे से क्षेत्र में बादल को ऊपर उठाने और बरसाने की ताकत देते हैं।
इसलिए इन दिनों बारिश का नियम साफ है, जहां बादल, वहीं बारिश, बाकी जगह बस इंतज़ार।
किस राज्य पर अगली अपडेट पहले देनी है comment box में जरूर बताएं।
आगे की जानकारी समयानुसार दे दी जाएगी। पोस्ट ऑल क्रेडिट sahil bhatt
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